Happy Thursday and Happy Sai Buddha Purnima to all
Today I am uploading 3rd track from the album -Mann Laga Sai Bhajan Mein. Its a very melodious and enchanting Sai Bhajan .Jai Sai Ram .
मेरे मालिक मेरे मौला ऐ मेरे साई खुदा
मेरे मालिक मेरे मौला ऐ मेरे साई खुदा,
तेरे ही कारण यह जन्नत सी ज़मीं और आस्मां
तेरा ही दीदार हों हम सब को दिन की हर सुबह ,
ओ साई नाथ मेरे साई नाथ ,
फूल की हर की पत्तियों में तू ही तो मुस्काये,
सूर्य की भांति यह ज्योति में भी साई समाये,
तू यहाँ भी और वहां भी हर जगह दिखता है ,
तू ही धरती तू ही अम्बर तू ही चारों दिशाए,
हर घड़ी साई ही साई नाम ये जपति फ़िज़ा,
ओ साई नाथ मेरे साई नाथ ,
जग यह नश्वर तन यह नश्वर और बचा फिर क्या यहाँ,
पर तुम्हारा नाम साई युग युगों से है यहाँ,
तू ही मुक्ति धाम साई तू ही अन्तर आत्मा,
तू बसा हर प्राण में हर प्राणी की तू प्रेरणा,
तू ही है ईश्वर हमारा तू ही है साई खुदा,
ओ साई नाथ मेरे साई नाथ,
तू अमावस्या को भी कर दे पूर्ण चंद्र की पूर्णिमा,
तू सितारों से सजा दे हर दिलो का आस्मां,
नाम में संजीवनी जादू सी तेरे हाथ में,
इसलिये बिन बाती चमकी द्वारिका उस रात में,
तुझ में ही राधा और तुझ में ही अल्लाह रखा,
ओ साई नाथ मेरे साई नाथ
Today I am uploading 3rd track from the album -Mann Laga Sai Bhajan Mein. Its a very melodious and enchanting Sai Bhajan .Jai Sai Ram .
मेरे मालिक मेरे मौला ऐ मेरे साई खुदा
मेरे मालिक मेरे मौला ऐ मेरे साई खुदा,
तेरे ही कारण यह जन्नत सी ज़मीं और आस्मां
तेरा ही दीदार हों हम सब को दिन की हर सुबह ,
ओ साई नाथ मेरे साई नाथ ,
फूल की हर की पत्तियों में तू ही तो मुस्काये,
सूर्य की भांति यह ज्योति में भी साई समाये,
तू यहाँ भी और वहां भी हर जगह दिखता है ,
तू ही धरती तू ही अम्बर तू ही चारों दिशाए,
हर घड़ी साई ही साई नाम ये जपति फ़िज़ा,
ओ साई नाथ मेरे साई नाथ ,
जग यह नश्वर तन यह नश्वर और बचा फिर क्या यहाँ,
पर तुम्हारा नाम साई युग युगों से है यहाँ,
तू ही मुक्ति धाम साई तू ही अन्तर आत्मा,
तू बसा हर प्राण में हर प्राणी की तू प्रेरणा,
तू ही है ईश्वर हमारा तू ही है साई खुदा,
ओ साई नाथ मेरे साई नाथ,
तू अमावस्या को भी कर दे पूर्ण चंद्र की पूर्णिमा,
तू सितारों से सजा दे हर दिलो का आस्मां,
नाम में संजीवनी जादू सी तेरे हाथ में,
इसलिये बिन बाती चमकी द्वारिका उस रात में,
तुझ में ही राधा और तुझ में ही अल्लाह रखा,
ओ साई नाथ मेरे साई नाथ
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